डीएमके का तमिलनाडु में चुनावी शंखनाद, उधर निर्वाचन आयोग ने भी कसी कमर, तैयारियों का जायजा लेने जाएंगे अधिकारी
नई दिल्ली/चेन्नई। अगले साल अप्रैल-मई में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसको लेकर चुनाव आयोग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इन्हीं तैयारियों के मद्देनजर आयोग ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को पश्चिम बंगाल का जायजा लेने के लिए भेजा था। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, अब निर्वाचन आयोग सोमवार को अपने वरिष्ठ अधिकारियों को तमिलनाडु और पुडुचेरी भेज रहा है। वहीं दूसरी ओर तमिलनाडु में प्रमुख विपक्षी दल द्रमुक ने रविवार को सत्तारुढ़ अन्नाद्रमुक के खिलाफ अपने चुनावी अभियान का आगाज किया है।
सूत्रों ने बताया कि निर्वाचन आयोग के महासचिव उमेश सिन्हा सोमवार और मंगलवार को तमिलनाडु में होंगे और बुधवार को पुडुचेरी पहुंचेंगे। वह वहां चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के साथ ही अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। मालूम हो कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त और अन्य आयुक्तों के राज्य का दौरा करने से पहले निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ अधिकारी मतदाता सूची समेत विभिन्न तैयारियों का अवलोकन करते हैं। पिछले हफ्ते उप निर्वाचन आयुक्त सुदीप जैन इसी कवायद के तहत पश्चिम बंगाल के दौरे पर थे
मालूम हो कि पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और पुडुचेरी की विधानसभाओं का कार्यकाल अगले साल मई और जून के बीच पूरा हो रहा है। इन राज्यों में अप्रैल से जून महीने के बीच चुनाव कराए जाने की उम्मीद है। इस बीच डीएमके ने तमिलनाडु में एआइएडीएमके (AIADMK) के खिलाफ चुनावी अभियान शुरू किया है। डीएमके ने कृषि और शिक्षा जैसे मुद्दे उठाए और लोगों से अन्नाद्रमुक को हराने की अपील की। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, द्रमुक प्रमुख एमके स्टालिन ने चेन्नई में कहा कि हमारा लक्ष्य 200 से ज्यादा सीटें हासिल करना है
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, द्रमुक प्रमुख एमके स्टालिन (MK Stalin) ने एक वीडियो में कहा कि पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता 16 हजार से अधिक गांवों और वार्डों का दौरा करेंगे ताकि ‘ग्राम सभाएं’ आयोजित की जा सकें। इस चुनावी अभियान के दौरान अन्नाद्रमुक सरकार के खिलाफ प्रस्तावों को स्वीकार किया जाएगा। साल 2011 से सत्ता से बाहर द्रमुक सत्ता में वापसी की पूरी कोशिश कर रही है।
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