फिर बढ़ी जय बाजपेयी की मुश्किल, विधानसभा के फर्जी वाहन पास मामले में चार्जशीट अदालत में पेश
कानपुर। गैंगस्टर विकास दुबे के खजांची जय बाजपेयी के खिलाफ पुलिस ने विधानसभा के फर्जी वाहन पास के मामले में भी चार्जशीट अदालत में पेश कर दी है। इसमें जय के साथ ही एक कार के मालिक राहुल सिंह को भी सह अभियुक्त बनाया गया है। वहीं, अन्य कारों के मालिक भाजपा नेता प्रमोद विश्वकर्मा और कपिल सिंह को क्लीनचिट दे दी गई है। दो जुलाई की रात बिकरू में सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के दो दिन बाद ही चार जुलाई को बिना नंबर की वेरना, फाच्र्यूनर और ऑडी कार विजय नगर तिराहे पर लावारिश खड़ी मिली थीं। जांच के बाद सामने आया था कि वेरना भाजपा नेता अशोक नगर निवासी कपिल सिंह, ऑडी भाजपा नेता न्यू ईदगाह कालोनी निवासी प्रमोद विश्वकर्मा और फार्चयूनर पनकी निवासी राहुल सिंह के नाम पर आरटीओ में पंजीकृत है। इसमें फार्चयूनर के विंड स्क्रीन पर विधानसभा का वाहन पास चस्पा था। पुलिस ने इस मामले में 22 जुलाई को दर्ज मुकदमे में आरोप लगाया था कि फार्चयूनर पर लगा मिला वाहन पास फर्जी था। एफआइआर में जय बाजपेयी के साथ ही कार मालिक राहुल सिंह को भी पुलिस ने आरोपित बनाया था। 15 जनवरी 2021 को मुकदमे के विवेचक मणिभूषण सिंह ने अदालत में इस प्रकरण में चार्जशीट दाखिल कर दी है। 500 पन्ने की चार्जशीट में 21 गवाहों में विधानसभा के समीक्षा अधिकारी, बीमा कंपनी के ऑफिस मैनेजर और यूनियन बैंक के लोन मैनेजर भी शामिल हैं।
चार्जशीट में इन सवालों का नहीं है जवाब
चार्जशीट में पुलिस ने राहुल सिंह को कार मालिक होने के कारण ही फर्जी पास मामले में सह अभियुक्त बनाया है। पुलिस का दावा है कि कार बरामदगी के बाद कपिल सिंह व प्रमोद विश्वकर्मा ने पुलिस के सामने बयान दिया कि उनके नाम से पंजीकृत कारें जय बाजपेयी ने लोन पर खरीदी थीं। इन कारों का इस्तेमाल जय बाजपेयी ही करता था। उनका इनसे कोई लेनादेना नहीं है, जबकि ठीक वैसे ही प्रकरण में पुलिस ने फर्जी पास मामले में राहुल सिंह को आरोपित बना दिया। एक ही तरह के तीन मामलों में दो को क्लीनचिट और एक को दोषी बनाने को लेकर पुलिस ने चार्जशीट में कोई पुख्ता तथ्य अदालत के सामने पेश नहीं किया है। यह तब है जब पुलिस ने चार्जशीट में जो दस्तावेज दाखिल किए हैं, उसमें प्रमोद विश्वकर्मा के अकाउंट से ही कार के लोन की अदायगी दिखाई गई है।
एक बड़ा हास्य कलाकार भी सवालों के घेरे में
पुलिस की ओर से चार्जशीट के साथ दाखिल किए गए फोटो से आने वाले समय में नया विवाद खड़ा हो सकता है। तीनों कार जय बाजपेयी ही प्रयोग करता था, इसे सिद्ध करने के लिए पुलिस ने करीब दो दर्जन तस्वीरों को चार्जशीट का हिस्सा बनाया है। इनमें से ही एक कार में शहर के एक जानेमाने हास्य कलाकार कार की रूफ पर गले में माला पहने दिखाई पड़ रहे हैं। जय बाजपेयी के अधिवक्ता शशिकांत दीक्षित का दावा है कि तीनों कारें जय बाजपेयी के नाम पर नहीं हैं। उनकी किस्तें कार मालिक ही अदा करते थे। कारें जय के पास से बरामद नहीं की गईं। उनका तर्क है कि पुलिस ने जो तस्वीरें चार्जशीट में दाखिल की हैं, उनमें कई अन्य चेहरे भी हैं। अगर तस्वीरें साक्ष्य हैं तो जो तस्वीरों में दिख रहे हैं, उन्हेंं आरोपित क्यों नहीं बनाया गया। उनसे पूछताछ क्यों नहीं हुई। तस्वीरों में जय बाजपेयी के अलावा अगर कोई दूसरा चर्चित चेहरा है तो वह हास्य कलाकार ही हैं।
इनका ये है कहना
फर्जी वाहन पास मामले में पुलिस ने चार्जशीट अदालत में दाखिल कर दी है। जय और राहुल के खिलाफ साक्ष्यों के आधार पर आरोप तय किए गए हैं।
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