ICC बॉस बनने की जल्दी में नहीं हैं सौरव गांगुली, बोले- जीवन में एक बार मिलती है जॉब
नई दिल्ली। शशांक मनोहर ने जब से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के अध्यक्ष के रूप में इस्तीफा दिया है, तभी से ऐसी अटकलें हैं कि सौरव गांगुली उस पद पर आसीन हो सकते हैं। सौरव गांगुली वर्तमान में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के अध्यक्ष हैं, जो पिछले साल से ये पदभार संभाल रहे हैं। हालांकि, वह शीर्ष क्रिकेट बोर्ड यानी आइसीसी के बॉस की जिम्मेदारी संभालने के लिए किसी भी जल्दी में नहीं हैं।
हाल ही में ग्रीम स्मिथ और डेविड गोवर जैसे पूर्व क्रिकेटरों ने सौरव गांगुली की नेतृत्व क्षमता की सराहना की और उन्हें अगले आइसीसी चेयरमैन के रूप में देखने की बात कही थी। 8 जुलाई को 48 साल के हो गए सौरव गांगुली ICC के प्रतिष्ठित पद के लिए इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के पूर्व अध्यक्ष कोलिन ग्रेव्स के साथ दावेदार थे। हालांकि, गांगुली अभी बीसीसीआइ के अध्यक्ष के रूप में बने रहना चाहते हैं।
गांगुली ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा है, “मुझे नहीं पता। दिन के अंत में, यह आपके बोर्ड पर निर्भर करता है। यह एक निर्णय है जो बोर्ड द्वारा संयुक्त रूप से लिया जाता है। और आइसीसी में भूमिकाएं बदल गई हैं। यदि आप आइसीसी के स्वतंत्र अध्यक्ष हैं, तो आपको अपने संबंधित बोर्ड में पद छोड़ना होगा। यह पहले की तरह नहीं है जहां आप दोनों स्थान रख सकते हैं। यह BCCI में है, लेकिन आइसीसी ने ऐसा नहीं किया है।”
अनुभवी क्रिकेटर का मानना है कि ICC के अध्यक्ष होने के नाते यह एक ‘मानद नौकरी’ है और कहा कि जो क्रिकेट के अपने कार्यकाल के दौरान औसतन एक बार की जा सकती है। दादा ने कहा है, “वर्तमान बीसीसीआइ संविधान आपको एक पद रखने की अनुमति देता है। आपको BCCI में 2 पद रखने की अनुमति नहीं है, लेकिन आपने BCCI में और जो भी हो, चाहे वह ACC या ICC में कोई पद रखने की अनुमति दी हो, लेकिन आइसीसी अनुमति नहीं देता है।”
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा आगे कहा है, “मुझे नहीं पता कि क्या यह इस स्तर पर सही है या क्या मुझे इस चरण में बीसीसीआइ को इस सब के बीच में छोड़ने की अनुमति दी जाएगी या नहीं। मैं जल्दी में नहीं हूं। मैं युवा हूं और आप हमेशा के लिए ऐसा नहीं करते हैं।”
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