दल बदलने वाले प्रद्युम्न लोधी पहुंचे बड़ामलहरा, बीजेपी ने किया स्वागत, कांग्रेस ने दिखाए काले झंडे
छतरपुर: छतरपुर जिले के बड़ामलहरा में म.प्र. नागरिक आपूर्ति निगम अध्यक्ष बनने के बाद प्रद्युम्न सिंह लोधी ने पहली बाद स्थानीय विधानसभा में कदम रखा। इस मौके पर उनका नगर सहित रास्ते में जगह जगह बड़े जोश के साथ स्वागत किया गया और आतिशबाजियां हुई। बड़ामलहरा में उनका 1:55 बजे नगर प्रवेश निर्धारित था जगह जगह स्वागत होनें से वह 7 बजे मंच पर पहुंच सके। हालांकि इस स्वागत समारोह के दौरान कही भी सोशलडिस्टेंसिंग और मास्क दिखाई नहीं दिए।बीजेपी में शामिल होने के बाद पहली बार छतरपुर पहुंचे। प्रधुम्न सिंह लोधी का भाजपा कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने पूर्व की कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मैंने क्षेत्र के विकास के लिए कई बार गुहार लगाई लेकिन मेरे क्षेत्र को अनदेखा किया गया। इसलिए मैने कांग्रेस छोड़ बीजेपी ज्वाइन की है।
इतनी ही नहीं ने कहा कि, कमलनाथ के मुख्यमंत्री पद से हटने से सबसे ज्यादा दुखी मैं था। उन्होनें कहा कि, मुख्यमंत्री कमलनाथ को षडयंत्र करके हटाया विधायकों को भ्रम में रखा और कहा कि आज इज वेल, सब ठीक है सरकार बच जाएगी। परंतु बड़े नेता राजनैतिक रोटियां सेंक रहे थे। उन्होनें इस बात की चिंता नहीं की कि, जो विधायक पहली बार जीतकर आया है सरकार गिरने के बाद वह अपने क्षेत्र का विकास कैसे करेगा। और भी ऐसे कई मामले थे जिनमें लगातार सुनाई नहीं हो रही थी। ऐसे समय मप्र में भाजपा की शिवराज सरकार बनीं मैं उनकें सामने काठन सिचाई परियोजना का डीपीआर रखा और उन्होनें मेरी पीड़ा को स्वीकार कर लिया। मैं बुंदेलखंड के विकास के लिए भाजपा में आया हूं। पार्टी ने विकास का जो रोडमैप तैयार किया हैं उससे बुंदेलखंड के लोगों को अनेक सुविधाऐं प्राप्त होंगीं।
वहीं नगर प्रवेश करते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रधुम्न सिंह का विरोध प्रदर्शन किया। नाराज़ कार्यकर्ताओं ने पुलिस थाना के पास उनका विरोध किया और वापस जाओ के नारे लगाए। दल बदलने पर विधायक को गद्दार ठहराया।
बता दें कि, वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में प्रद्युम्न लोधी ने भाजपा मंत्री व बडामलहरा विस प्रत्याशी ललिता यादव को 15 हजार से अधिक मतों से पराजय देकर यह सीट कांग्रेस में पक्ष में निकाली थी। 5 रोज पहलें उन्होनें भोपाल में 12 जुलाई को विधायक पद से इस्तीफा देकर, भाजपा का दामन थामा है।
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