उज्जैन के महाकाल मंदिर में 20 जुलाई से केवल मध्य प्रदेश के श्रद्धालुओं को मिलेगा प्रवेश, कोरोना बना वजह
उज्जैन। देश भर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस का काफी व्यापक असर देखा जा रहा है। मध्य प्रदेश के कई जिलों में कोरोना का कहर जारी है। इसमें उज्जैन, इंदौर, भोपाल जैसे नामी शहर भी शामिल हैं। इस बीच मध्य प्रदेश के सुप्रसिद्ध उज्जैन महाकाल मंदिर को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित ज्योतिर्लिग महाकाल मंदिर में सोमवार से केवल मध्य प्रदेश के भक्तों को प्रवेश दिया जाएगा। मंदिर समिति ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह निर्णय लिया है।
मंदिर प्रशासक सुजानसिंह रावत ने बताया कि देश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में देश के अन्य शहरों से आने वाले भक्तों का मंदिर में प्रवेश निषेध किया गया है। श्रावण मास में सुबह 5.30 से रात्रि 9 बजे तक अलग-अलग समय पर भक्तों को भगवान महाकाल के दर्शन कराए जा रहे हैं। प्रतिदिन आठ से 10 हजार भक्तों को मंदिर में प्रवेश मिल रहा है। इसके लिए उन्हें अग्रिम बुकिंग कराना अनिवार्य है। जो भक्त बिना बुकिंग के मंदिर पहुंच रहे हैं, उन्हें 250 रुपये के शीघ्र दर्शन टिकट पर सीधे प्रवेश की व्यवस्था लागू की गई है। प्रशासक ने बताया कि अग्रिम बुकिंग और शीघ्र दर्शन टिकट खरीदने के लिए परिचय पत्र अनिवार्य है।
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