जीवित है लापता रोहिंग्या रिफ्यूजी, मलेशियाई द्वीप से किए गए गिरफ्तार
कुआलांलपुर। मलेशिया के रिसॉर्ट आइलैंड लांगकावी (Langkawi) के पास 26 रोहिंग्या शरणार्थी डूब गए थे। ये सभी पास के एक आइलैंड से जीवित मिले हैं। यह जानकारी तटरक्षक ने दी। ये सभी पाास के एक आइलैंड पर झाड़ियों में मिले। मलेशिया इन्हें शरणार्थी का दर्जा नहीं लेता है। मुस्लिम बहुल देश रोहिंग्या मुस्लिमों के लिए पसंदीदा जगह है। ये रोहिंग्या बांग्लादेश के शरणार्थी शिविरों में हैं। 2017 में म्यांमार सेना के हमले के बाद ये आराम और शांतिपूर्ण जिंदगी के लिए दर-दर भटक रहे हैं। शनिवार देर शाम एक रोहिंग्या छोटे से नौका में लांगकावी के पश्चिम तट से आया जिसके बाद अधिकारियों का मानना था की बाकी उसके समूह के अन्य रोहिंग्या नागरिकों की डूबने से मौत हो गई होगी लेकिन बाद में सभी पास के आइलैंड में झाड़ी में छिपने का प्रयास करते हुए पाए गए।
मलेशियाई समुद्री प्रवर्तन एजेंसी के महानिदेशक (director-general of the Malaysian Maritime Enforcement Agency,MMEA) ने लिखित संदेश में जानकारी दी। अधिकारियों ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया। दो और रोहिंग्या शरणार्थियों को संदिग्ध तस्करी मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। तटरक्षक अधिकारी के अनुसार, ये शरणार्थी छोटे नौका में मलेशिया में घुसने का प्रयास कर रहे थे। कोरोना वायरस के कारण देश की अर्थव्यवस्था कमजोर हो गई है और इसलिए मलेशिया अब रोहिंग्या का प्रवेश रोकना चाहती है।
पिछले माह प्रधानमंत्री मुहयीद्दिन यास्सिन ने कहा था कि अब वे देश में किसी रोहिंग्या का प्रवेश नहीं चाहते हैं। पिछले माह मलेशिया ने 269 रोहिंग्या नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया था जो क्षतिग्रस्त नौका के जरिए लांगकावी पहुंचे थे। मोहम्मद जुबिलमैट सोम ने बताया कि चार महीने तक नौका यात्रा के जरिए आने वाले दर्जनों रोहिंग्याओं की मौत हो गई होगी।