किम जोंग ने कहा, परमाणु शक्ति बनने का फैसला एकदम सही, युद्ध रोकने में कारगर
सियोल। कोरियाई केंद्रीय समाचार एजेंसी के अनुसार उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने अपने भाषण में कहा कि देश को परमाणु शक्ति बनाने का फैसला पूरी तरह से उचित और सही है। उन्होंने कहा कि यह एक युद्ध को रोकने में कारगर रहा है। उत्तर कोरियाई नेता ने कहा कि परमाणु हथियार देश की सुरक्षा का एक ठोस सुरक्षा गारंटी है। यह विश्वसनीय और प्रभावी है। यह दूसरे कोरियाई युद्ध को रोक सकते हैं। खास बात यह है कि किम ने उक्त बातें ऐसे वक्त कही है, जब अमेरिका लगातार परमाणु परीक्षण को रोकने के लिए प्रयास कर रहा है।
परमाणु कार्यक्रम में तेजी लाने का ऐलान
तमाम प्रतिबंधों के बावजूद किम ने इस वर्ष अपने परमाणु कार्यक्रम में तेजी लाने का ऐलान किया और एक नए हथियार के विकास की धमकी दी। उन्होंने कहा कि परमाणु और लंबी दूरी के मिसाइल परीक्षण पर लगाए गए प्रतिबंधों से वह बाध्य नहीं होंगे। कुछ विश्लेषकों का मानाना है कि किम जोंग के इस कदम से संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ उत्तर कोरिया के कूटनीतिक रिश्तों को पटरी से उतार सकता है। कई विशेषज्ञों ने किम के निरस्त्रीकरण की प्रतिबद्धता पर संदेह जताया और कहा कि उन्होंने केवल अमेरिकी नेतृत्व वाले प्रतिबंधों को कमजोर करने और अपने परमाणु कार्यक्रम को सही बनाने का लक्ष्य रखा है। ले
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पर किम जोंग की नजर
1950-53 के कोरियाई युद्ध की 67 वीं वर्षगांठ के अवसर पर किम ने यह संकेत दिए कि उनका संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ कूटनीतिक रिश्तों को फिर से शुरू करने और हथियारों को छोड़ने की कोई संभावना नहीं है।उधर, कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि नवंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों से पहले प्योंगयांग वाशिंगटन के साथ गंभीर वार्ता से बचने की कोशिश करेगा, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में नेतृत्व परिवर्तन का मौका है। किम योंग की नजर अमेरिका में इस वर्ष होने वाले राष्ट्रपति चुनाव पर टिकी है।
हम किसी साम्राज्यवादी ताकतों के दबाव में नहीं आएंगे
उन्होंने कहा कि देश ने एक और युद्ध को रोकने के लिए एक परमाणु शक्ति बनने की कोशिश की है। किम ने कहा कि उत्तर कोरिया पूरी तरह से बदल चुका है। अब हम किसी साम्राज्यवादी ताकतों के दबाव में नहीं आएंगे। शत्रुतापूर्ण ताकतों एवं ब्लैकमेलिंग के खिलाफ उत्तर कोरिया मजबूती से खड़ा है। वह अपनी रक्षा कर सकता है। किम ने अपनी ही कही बात को दोहराते हुए जोर देकर कहा कि अब इस भूमि पर कोई युद्ध नहीं होगा।