वियतनाम के मछुआरों को अमेरिका का समर्थन, MoU पर हस्ताक्षर

हनोई। पिछले कुछ दिनों से दक्षिण चीन सागर में वियतनाम के मछुआरों को चीन परेशान कर रहा है जिसके लिए अमेरिका ने बुधवार को एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किया। पिछले कुछ दिनों से तनावग्रस्त दक्षिण चीन सागर (South China Sea, SCS) में सबसे अधिक वियतनाम और चीन के बीच टकराव हो रहा है। दोनों देश इस समुद्री क्षेत्र पर अपना-अपना दावा करते हैं। एक ओर जहां चीन के वुहान से निकले घातक कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया महामारी से जूझ रही है वहीं चीन दक्षिण चीन सागर में  उकसाने वाली गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। 1 जुलाई से 5 जुलाई तक चीन के हैनान प्रांत के मैरिटाइम सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन ने सागर के पैरासेल आइलैंड पर सैन्य अभ्यास किया। इस आइलैंड पर वियतनाम अपना दावा करता है।
चीन की इन गतिविधियों की वियतनाम में काफी आलोचना की जा रही है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इससे वियतनाम की सौहार्द्रता का उल्लंघन होता है। देश ने कई बार सागर में चीन की अवैध गतिविधि की निंदा की है। अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने दक्षिण चीन सागर में चीन के अभ्यासों की निंदा की और इसे क्षेत्र में स्थिरता के लिए किए गए चीन के प्रतिबद्धताओं का उल्लंघन बताया।   वियतनाम में अमेरिका के राजदूत डैन क्राइटेनब्रिंक ने हनोई में कहा, ‘चीन के अवैध तरीके से रुकावट खड़ा करने के खिलाफ वियतनाम के मछुआरों का हम समर्थन करते हैं।’ कुछ दिन पहले ही अमेरिका ने बयान जारी कर कहा था कि दक्षिण चीन सागर में वियतनाम समेत दक्षिण एशियाई देशों  के समर्थन में वाशिंगटन है।
दक्षिण चीन सागर (South China Sea) में बढ़ते चीनी गतिविधियों के बीच बीजिंग की ओर से वियतनाम पर दबाव बनाया गया। इसके बाद अपने ऑपरेशन को वियतनाम  (Vietnam) ने रद कर दिया और दो अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को करोड़ों रुपये का भुगतान करने पर सहमति जताई है। कई सालों से दक्षिण चीन सागर में अपनी मौजूदगी बरकरार रखने के लिए चीन की ओर से वियतनाम की कंपनियों को क्षेत्र में तेल और गैस स्रोतों को बढ़ने से रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं।  चीन लगातार दक्षिण चीन सागर में फिलीपींस और वियतनाम जैसे कई देशों को धमकाता रहता है। चीन सागर के 80 फीसद हिस्से पर अपना दावा करता है। कुछ दिन पहले अमेरिका की नेवी ने यहां युद्धाभ्‍यास किया था।
जून में वियतनाम के होआंग सा में लिंकन आइलैंड के पास चीन की पेट्रोलिंग करने वाले जहाज  और एक स्पीड बोट ने वियतनाम की फिशिंग बोट को खदेड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया था। 2 अप्रैल को पैरासेल के समीप ही इसी तरह की घटना हुई थी जिसमें वियतनाम की एक मछली मारने वाली नौका डूब गई थी। वियतनाम ने उस वक्त भी चीन का विरोध किया था जिसमें उसका साथ फिलीपिंस और अमेरिका ने दिया था।
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