गहलोत खेमे के विधायक जैसलमेर होंगे शिफ्ट, सियासी हलचल हुई तेज
जयपुर। राजस्थान में जारी सियासी गहमागहमी के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस विधायकों के साथ जैसलमेर पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस विधायक यहीं के होटलों में रुकेंगे। गहलोत खेमे का समर्थन कर रहे विधायकों को जैसलमेर शिफ्ट किया जाएगा। कांग्रेस विधायकों का यह दल जैसलमेर के लिए उड़ान भरेगा। सभी विधायक हवाई अड्डे के लिए फेयरमोंट होटल(Fairmont Hotel ) से रवाना हुए हैं। इन सभी विधायकों को अब जैसलमेर शिफ्ट किया जा रहा है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार अशोक गहलोत खेमे के विधायक जो राजस्थान में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच जयपुर-दिल्ली राजमार्ग पर एक होटल में ठहरे हुए हैं, उन्हें जैसलमेर शिफ्ट किया जाएगा।
इससे पहले समाचार एजेंसी पीटीआई ने कांग्रेस के सूत्रों के हवाले से जानकारी दी थी कि अशोक गहलोत खेमे के विधायक जो फिलहाल राजस्थान में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच जयपुर-दिल्ली हाईवे पर एक होटल में ठहरे हुए हैं, उन्हें शुक्रवार को जैसलमेर शिफ्ट किया जाएगा।
अपने ही राज में दर-दर भटक रही सरकार- शेखावत
राजस्थान में राजनीतिक संकट पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गहलोत सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि अपने ही राज्य में राजस्थान सरकार दर-दर भटक रही है! यह गहलोत जी का प्रदेश वासियों को स्पष्ट संदेश है- अपनी रक्षा स्वयं करें।
गहलोत का हमला
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि BJP ने TDP के 4 MPs को राज्यसभा के अंदर रातों रात मर्जर करवा दिया, वो मर्जर तो सही है और राजस्थान में 6 विधायक मर्जर कर गए कांग्रेस में वो मर्जर गलत है, तो फिर BJP का चाल-चरित्र-चेहरा कहां गया? राज्यसभा में मर्जर हो वो सही है और यहां मर्जर हो वो गलत है?
गौरतलब है कि कांग्रेस के ये विधायक, सचिन पायलट और कांग्रेस के 18 बागी विधायकों द्वारा सरकार के खिलाफ विद्रोह करने के बाद 13 जुलाई से होटल में ठहरे हुए हैं। हालांकि, कांग्रेस के सूत्रों ने विधायकों को जैसलमेर शिफ्ट किए जाने के कारण का खुलासा नहीं किया।
इस बीच राजस्थान में 14 अगस्त से विधानसभा का सत्र बुलाए जाने की तैयारी चल रही है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को संकेत दिया कि वह अगले पखवाड़े में बुलाई जाने वाले विधानसभा सत्र में विश्वास मत की मांग करेंगे। उन्होंने दावा किया कि विधायकों को पक्ष बदलने की पेशकश की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्र बुलाए जाने की खबरों के बाद विधायकों को ज्यादा पैसों की पेशकश की गई है। मुख्यमंत्री ने अपील की कि जिन विधायकों ने पैसा की पेशकश स्वीकार नहीं की है, उन्हें पार्टी में लौटना चाहिए।