आंध्र प्रदेश की अब एक नहीं तीन होंगी राजधानी, सरकार के विधेयक को राज्यपाल ने दी मंजूरी
अमरावती। मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की आंध्र प्रदेश की तीन राजधानी होने की योजना को राज्यपाल बिस्व भूषण हरिचंदन ने अपनी स्वीकृति दे दी। जगन मोहन सरकार की विशाखापत्तनम को कार्यपालक राजधानी, अमरावती को विधायी राजधानी और कर्नूल को न्यायिक राजधानी बनाने की योजना है।
राज्यपाल ने आंध्र प्रदेश की तीन राजधानी होने की योजना को दी मंजूरी
राज्यपाल ने शुक्रवार को एपी विकेंद्रीकरण एवं सभी क्षेत्रों के समग्र विकास विधेयक 2020 और एपी राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकार (संशोधित) विधेयक 2020 को मंजूरी दी। राज्यपाल की मंजूरी मिलने के बाद दोनों विधेयक अब औपचारिक रूप से कानून बन गए हैं, लेकिन तीन राजधानियों योजना को यथार्थ रूप देने से पहले सरकार को कानूनी अड़चनें दूर करनी होगी। यह मुद्दा अभी आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में लंबित है।
यह विधेयक विधानसभा से दो बार पारित हुआ, विधान परिषद में लंबित है
यह विधेयक केवल विधानसभा से दो बार पारित हुआ है। पहली बार 20 जनवरी को और उसके बाद 16 जून को पारित किया गया, लेकिन विधान परिषद में यह लंबित है। परिषद के सभापति ने अपनी विवेकाधीन शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए विस्तृत परीक्षा के लिए दोनों विधेयकों को प्रवर समितियों के पास भेज दिया है, लेकिन समितियां गठित ही नहीं की गई हैं। ऐसे में सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 197 (1) और (2) के तहत मंजूरी के लिए विधेयकों को राज्यपाल के पास भेज दिया। विस्तृत कानूनी परामर्श के बाद उन्होंने मंजूरी दी है।