अंतरराष्ट्रीय हेरोइन तस्करी गैंग के आठ सदस्यों के खिलाफ एनआइए का आरोपपत्र
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने शुक्रवार को पाकिस्तान और दुबई से गतिविधियां संचालित करने वाले नशीली दवाओं व आतंक के अंतरराष्ट्रीय गैंग के आठ सदस्यों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया। इस गैंग पर गुजरात के समुद्र के रास्ते करीब 1,500 करोड़ रुपये की 500 किग्रा हेरोइन की तस्करी का आरोप है।
एनआइए की प्रवक्ता सोनिया नारंग ने आरोपपत्र के हवाले से बताया कि जांच में पता चला कि यह हेरोइन मार्च, 2018 से मई, 2018 के बीच पाकिस्तान से तीन बार में लाई गई थी। यह गैंग पाकिस्तानी नागरिकों के साथ मिलकर काम कर रहा था। हेरोइन की तीनों खेप चोरी-छिपे पंजाब ले जाई गई थीं। इनमें से 188 किग्रा की एक खेप को अमृतसर पुलिस के विशेष जांच दल (एसटीएफ) ने पकड़ लिया था। इस मामले ने पाकिस्तान, गुजरात और पंजाब के नशीली पदार्थो के तस्करों के बीच संपर्को को उजागर किया। यह मामला गुजरात में देवभूमि द्वारका जिले के सलाया गांव से करीब 15 करोड़ रुपये की 4.949 किग्रा हेरोइन की कथित जब्ती से भी जुड़ा है। इसे आरोपित अजीज अब्दुल बगदाद की गिरफ्तारी के बाद उसके कब्जे से बरामद किया गया था।
एनआइए ने जिन आठ आरोपितों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है उनमें अजीज अब्दुल बगदाद, रफीक अदम सुमरा, नाजिर अहमद लस्सी मुहम्मद, अरशद अब्दुल रजाक सोटा, मंजूर अहमद मीर, रजाक अदम सुमरा, करीम मुहम्मद सिराज और सुनील विट्टल बरमासे शामिल हैं। एनआइए प्रवक्ता ने बताया कि अजीज अब्दुल बगदाद अपने जहाज में ही उक्त हेरोइन लेकर आया था और उसे रफीक अदम सुमरा के हवाले कर दिया था। एनआइए ने मामले की जांच इसी साल 20 जुलाई को अपने हाथ में ली थी।