अक्साई चीन में PLA की तैनाती, रात भर पैट्रोलिंग करते रहे चिनूक
नई दिल्ली: एक तरफ चीन टेबल पर बैठ कर शांति की बातें करता है, वहीं दूसरी तरफ भारत के खिलाफ साजिश रचता है। लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एल.ए.सी.) पर जारी तनाव के बीच चीन ने अक्साई चिन में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की तैनाती कर दी है।
चीन की इस हरकत के बाद भारतीय वायुसेना के चिनूक हैलीकॉप्टर रात में भी दौलत बेग ओल्डी और कराकोरम दर्रे के आसपास पैट्रोलिंग कर रहे हैं। चीन की हरकतों पर नजर रखने के लिए चिनूक हैलीकॉप्टर सीमा से लगे इलाके में 16000 फुट की ऊंचाई पर उड़ान भरता नजर आया।
बता दें कि एक दिन पहले ही भारत और चीनी सैनिकों के बीच तनाव कम करने के लिए दोनों सेनाओं के वरिष्ठ कमांडर के बीच पूर्वी लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी में बैठक हुई थी। इस वार्ता का मुख्य एजैंडा डेप्सांग की वर्तमान स्थिति का आकलन करना था। बीते दिनों डेप्सांग के दूसरी तरफ करीब 15,000 से अधिक चीनी सैनिकों की तैनाती के बाद भारत ने भी उन इलाकों में सैनिकों की संख्या बढ़ा दी थी। इतना ही नहीं, भारत ने उस क्षेत्र में टी-90 टैंकों की भी तैनाती कर दी है।
चीन से टैंशन के बीच घातक गाइडिड बम और मिसाइलों से लैस होंगे ड्रोन : चीन से सीमा तनाव के बीच सेना इसराईली ड्रोन हेरोन को लेजर गाइडिड बम, गाइडिड मिसाइलों और एंटी टैंक मिसाइलों से लैस करना चाहती है, ताकि दुश्मन के ठिकानों और आम्र्ड रैजीमैंट्स को तबाह किया जा सके। चीता नामक इस प्रोजैक्ट की दोबारा समीक्षा की गई है। यह प्रोजैक्ट काफी समय से लंबित है और इस पर 3500 करोड़ रुपए के खर्च का अनुमान है। इस प्रोजैक्ट के तहत तीनों सेनाओं के करीब 90 हेरोन ड्रोन्स को अपग्रेड किया जाएगा।
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