बुजुर्ग को अपने गांव में नहीं नसीब हुआ अंतिम संस्कार, पड़ोसी गांव के श्मशानघाट में ले जाना पड़ा
सीहोर: मध्य प्रदेश में सीएम शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले में आत्मनिर्भर भारत की तस्वीर की तस्वीर देखने को मिली। मामला आष्टा तहसील के ग्राम शाहपुरा गांव का हैजहां एक मृतक को अपने गांव में अंतिम संस्कार भी नसीब भी नहीं हुआ। भारी बारिश के चलते पड़ोस के गांव के शमशान में अंतिम संस्कार करना पड़ा। इस तस्वीर से प्रशासन और जनप्रतिनिधि को भी अहसास हो गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के सपने को चकनाचूर करने में उनके स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधि बढ़ चढ़कर अपना अमूल्य योगदान दे रहे हैं।
दरअसल, शाहपुरा गांव में भारी बारिश के दौरान कोदाजी कोटवार का निधन हो गया। मूसलाधार बारिश में अंतिम संस्कार करने के लिए टीन शेड वाले शमशान के अभाव में उस बुजुर्ग की लाश को भारी बारिश के बीच परिजन और ग्रामीण पिकअप वाहन में रखकर पड़ोस के गांव निलबड़ में जलाने के लिए ले जाना पड़ा। ऐसे में इस घटना से सवाल उठता है कि क्या आजादी के इतने सालों बाद भी शाहपुर गांव में श्मशान में टीन शेड नहीं लगा? क्या जिले के संवेदनशील कलेक्टर इस बात को संज्ञान में लेकर उक्त मामले की जांच कराएंगे या फिर यह मामला भी ठंडे बस्ते मे रह जाएगा।