10 मोबाइल नंबरों पर पाकिस्तान के आकाओं से बात करता था आतंकी अबू यूसुफ
नई दिल्ली। दिल्ली के रिज रोड पर एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किए गए आतंकी अबू उर्फ अबू यूसुफ (Terrorist Abu Yusuf) पूछताछ के दौरान लगातार सनसनीखेज खुलासे कर रहा है। अब यह जानकारी निकलकर सामने आयी है कि गिरफ्तार आतंकी अबू यूसुफ 10 मोबाइल फोन नंबरों के जरिये पाकिस्तान के आकाओं से संपर्क में रहता था। खुफिया एजेंसियों को उस पर शक नहीं हो, इसके लिए वह 10 फोन नंबर से अलग-अलग समय पाकिस्तान में बात करता था और निर्देश लेता था। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार आइएसकेपी के आंतकी अबू उर्फ अबू यूसुफ उर्फ मुहम्मद मुस्तकीम खान के मोबाइल फोन कॉल डिटेल से मिले यह खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों का मानना है कि पूछताछ जारी है और हो सकता है आतंकी अबू यूसुफ कई और सनसनीखेज खुलासे करे।
आतंकी ने कहां से चुराई बाइक? नहीं चला पता
गौरतलब है कि शुक्रवार को रात में हुए एनकाउंटर में गिरफ्तार आतंकी के पास से 2 प्रेशर कुकर बम, एक पिस्टल, चार कारतूस, चोरी की फर्जी नंबर प्लेट लगी बाइक मिली थी। बाइक कहां से चुराई गई है? उसका पता नहीं चल सका है। कुकर में 15 किलो विस्फोटक सामग्री थी।
बलरामपुर उतरौला तहसील के बढ़या भैसाही गांव स्थित उसके घर से एक ब्राउन रंग की जैकेट, जिसमें 3 विस्फोटक पैकेट थे। एक नीले रंग की डिजाइन जैकेट। इसमें 4 विस्फोटक पैकेट थे। विस्फोटक और कार्डबोर्ड शीट जिन्हें बॉल बेयरिंग और बिजली के तारों से चिपकाया गया था। एक चमड़े की बेल्ट इसमें 3 किलोग्राम विस्फोटक था। 4 विभिन्न पॉलीथिन में 9 किलोग्राम विस्फोटक, पारदर्शी टेप, बिजली के तारों से युक्त तीन बेलनाकार धातु के बक्से व दो बिना तार के बक्से (ये बक्से हिमगंगे तेल के हैं )। इसमें बॉल बेयरिंग चिपकाए गए थे। एक लकड़ी का टूटा हुआ बॉक्स (निशानेबाजी के अभ्यास के लिए) एक आइएसआइएस का झंडा, एक पैकेट जिसमें 12 छोटे बॉक्स में बॉल बेयरिंग रखे थे। 4 वोल्ट की दो और 9 वोल्ट की एक लिथियम बैटरी मिली। इसके अलावा दो लोहे के ब्लेड जो बिजली के तारों से जुड़े थे। एक तार कटर, दो मोबाइल चार्जर, बिजली के तारों से जुड़ी टेबल अलार्म घड़ी, एक काले रंग का टेप बरामद हुआ है।
वहीं, एनएसजी (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) की टीम रविवार की शाम को स्पेशल सेल के दफ्तर पहुंची। इसके बाद टीम ने आतंकी मुहम्मद मुस्तकीम खान के पास से बरामद विस्फोटक सहित अन्य सामान की जांच शुरू कर दी है। एनएसजी अब यह पता लगाने का प्रयास करेगी कि बम में क्या-क्या केमिकल थे? इसके साथ ही स्पेशल सेल के अधिकारियों से मिलकर आतंकी नेटवर्क का पता लगाने को लेकर देर रात तक चर्चा की गई है।
यह भी जानें
- आतंकी अबू उर्फ अबू यूसुफ दिल्ली व यूपी में 20 से अधिक भीड़भाड़ वाले जगहों की रेकी कर चुका था।
- दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रॉविंस (आइएसकेपी) के आतंकी मुहम्मद मुस्तकीम खान के उत्तर प्रदेश, बलरामपुर स्थित घर से भी भारी मात्रा में तबाही का सामान बरामद हुआ है।
- धौलाकुआं में उसकी गिरफ्तारी के दौरान बैग से और इसके बलरामपुर स्थित घर से 30 किलो से अधिक विस्फोटक सामग्री के अलावा तेज क्षमता वाले बम बनाने में इस्तेमाल आने वाले इलेक्ट्रानिक गजट आदि तमाम तरह के सामान बरामद हो चुके हैं। इतनी सामग्री से करीब 40-50 बम बनाए जा सकते थे, जिससे दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भारी मबाही मचाया जा सकता था।
- मुस्तकीम से पूछताछ से पता चला है कि उसने दिल्ली व उत्तर प्रदेश को दहलाने की कुछ महीने पहले ही पूरी तैयारी कर ली थी। उक्त दोनों राज्यों में उसने अत्यधिक भीड़भाड़ वाले 20 से अधिक महत्वपूर्ण जगहों की रेकी भी कर ली थी। बस योजना को अंजाम देना बाकी था। रेकी कहां-कहां की थी इस संबंध में जानकारी नहीं दी गई है।
- शुक्रवार देर रात धौलाकुआं में बुध जयंती पार्क के पास मुठभेड़ के बाद मुस्तकीम को गिरफ्तार करने के बाद स्पेशल सेल की टीम उसे शनिवार सुबह बलरामपुर ले गई थी। जहां इसकी निशानदेही पर घर के एक कमरे से भारी मात्रा में विस्फोटक और फिदायीन हमले में इस्तेमाल होने वाले दो मानव जैकेट और बेल्ट बरामद किए गए। दोनों जैकेट और बेल्ट को इसने फिदायीन हमले के लिए कुछ महीने पहले ही तैयार किया था। इसके पास से इतनी मात्रा में विस्फोटक सामग्री मिली है कि उससे कई बम बनाया जा सकता था।
- मुस्तकीम ने घर में एक कमरे को शूटिंग प्रैक्टिस के लिए विशेष रूप से तैयार किया हुआ था जहां रोज वह निशानेबाजी का अभ्यास करता था। कमरे से टारगेट प्रैक्टिस करने वाला लकड़ी का बोर्ड व सैकड़ों बॉल बेय¨रग वाले छर्रे भी मिले हैं।
- मुस्तकीम खान के घर से फिदायीन हमले के लिए मानव पहनने वाले दो जैकेट व एक बेल्ट (मानव बम) मिलने से स्पेशल सेल व यूपी एसटीएफ समेत तमाम सुरक्षा एजेंसियां हैरान है। सेल व सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि फिदायीन हमले के लिए इसकी योजना किसी वीवीआइपी को टारगेट करने की रही हो।
- सेल व सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगा रही है कि इसके संपर्क में कोई और आतंकी गतिविधि में लिप्त तो नहीं है। ताकि उन्हें भी जल्द दबोचा जा सके।