CM नीतीश की तारीफ कर दोस्ती को मजबूत कर गए PM मोदी, NDA की लाइन पर ही चलेंगे चिराग पासवान
पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बिहार को अरबों रुपये की योजनाओं की सौगात देकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के कार्यों की तारीफ करके दो बातें बिल्कुल साफ कर दी हैं। पहली यह कि विकास के रास्ते पर पिछले 15 वर्षों की रफ्तार आगे भी बरकरार रहेगी। दूसरी यह कि सीटों की दावेदारी को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के घटक दलों के बीच अभी चाहे जितनी भी तनातनी दिख रही हो, विधानसभा चुनाव सभी मजबूती के साथ और एकजुट होकर लड़ेंगे। प्रधानमंत्री की तारीफ ने मुख्यमंत्री का विश्वास जीता है और दोस्ती की डोर को मजबूत कर दिया है। साथ ही सियासत में तैर रही सारी चर्चाओं को पीछे धकेल कर विपक्ष को आईना भी दिखाया है। यह भी स्पष्ट हो गया है कि लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) सुप्रीमो चिराग पासवान (Chirag Paswan) एनडीए की लाइन पर ही चलेंगे।
जनता के तराजू पर प्रमुख नेताओं की बातें-मुलाकातें
बिहार चुनाव की दहलीज पर खड़ा है। ऐसे में राजनीतिक गठबंधनों के प्रमुख नेताओं की बात-मुलाकात से लेकर भाव-भंगिमा तक जनता के तराजू पर है। सबके एक-एक क्षण और एक-एक कदम का आकलन किया जा रहा है। लोक जनशक्ति पार्टी और जनता दल यूनइटेड (JDU) के संबंधों में हालिया खटपट के बीच गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम का इंतजार किया जा रहा था। वैसे यह विकास का कार्यक्रम था, जिसका कोई राजनीतिक भावार्थ नहीं था, फिर भी चर्चे खूब हो रहे थे। ऐसा इसलिए भी कि एक दिन बाद से ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बड़े-बड़े नेताओं के बिहार दौरे बढऩे वाले हैं। सीटों के बंटवारे से लेकर चुनावी कार्यक्रमों और घोषणा पत्रों की रूपरेखा बनने वाली है। ऐसे में एनडीए के दो प्रमुख दलों के सबसे बड़े नेताओं के साझा कार्यक्रम पर सबकी निगाहें स्वभाविक हैं।
प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री की जमकर की तारीफ
प्रधानमंत्री ने वर्चुअली मंच साझा किया और मुख्यमंत्री की जमकर तारीफ की। खासकर बिहार में नीतीश कुमार द्वारा शुरू किए गए जल-जीवन-हरियाली अभियान और हर घर नल का जल योजना ने नरेंद्र मोदी को काफी प्रभावित किया। उन्होंने बिहार के गांव-गांव में पानी पहुंचाने की कोशिशों का उल्लेख करते हुए कहा भी कि कोरोना काल और बाढ़ की विभीषिका के बावजूद 60 लाख गांवों में नल के जल की आपूर्ति मामूली बात नहीं है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बेरोजगारी के खिलाफ अभियान पर भी परोक्ष रूप से प्रधानमंत्री ने वार किया और खेती में नए प्रयोगों, अंडा उत्पादन, मछली एवं पशुपालन के जरिए रोजगार में तरक्की को भी स्वीकार किया।
एनडीए की लीक पर ही चलेंगे चिराग पासवान
बिहार में विरोधी दलों को एलजेपी के अगले कदम का इंतजार है, लेकिन राजनीतिक संकेत है कि एनडीए में अब कुछ भी नया नहीं होने जा रहा है। कुछ मुद्दों पर जेडीयू से एलजेपी की खटपट के बावजूद साफ होने लगा है कि आखिरी दौर तक चिराग पासवान को पुरानी लीक पर लौटना पड़ेगा। चिराग के पिता एवं केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) ने राज्यसभा में उप सभापति पद के चुनाव के लिए जेडीयू सांसद हरिवंश का प्रस्तावक बनकर स्पष्ट कर दिया है कि जेडीयू-एलजेपी के बीच की राजनीति कोई नया गुल नहीं खिलाने जा रही है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने चिराग और रामविलास पासवान को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) में लौट आने का न्योता दे रखा है। राष्ट्रीय जनता दल ने भी चिराग से करवट लेने की उम्मीदें लगा रखी हैं, किंतु एलजेपी के हालिया कदम से उन सबकी सियासत को निराशा हो सकती है, जो एनडीए में घमासान देखने के लिए बेकरार हैं।
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