आगरा में मासूम की अपहरण के बाद हत्या में आरोपितों पर NSA, इंस्पेक्टर सस्पेंड
लखनऊ। ताजनगरी आगरा में मासूम उपदेश यादव की अपहरण के बाद हत्या के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ का रूख बेहद सख्त है। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बड़ी कार्रवाई की गई है। मासूम उपदेश यादव की अपहरण के बाद हत्या के आरोपितों वाहिद और अरमान पर एनएसए के तहत एक्शन होगा, जबकि थाना के इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेने के साथ ही सभी पुलिस अधिकारियों को कहा कि पुलिस घटना की तह तक जाए। उन्होंने कहा कि हर अपराधी के खिलाफ हो बेहद तगड़ी कार्रवाई। जिससे कि भविष्य में कोई भी मासूम के साथ ऐसा कृत्य करने से पहले सोचें। सीएम आदित्यनाथ ने इस घटना के आरोपियों को बचाने के आरोपी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सलीम को तत्काल सस्पेंड कर उसकी भूमिका की गहन जांच करने के भी निर्देश दे दिए हैं।
दो आरोपित गिरफ्तार
अरमान व अयूब को पुलिस ने एत्मादपुर क्षेत्र में रविवार सुबह दोनों को बरहन रोड से गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों से घटना के संबंध में पूछताछ की जा रही है। धौर्रा निवासी रघुनाथ सिंह यादव का नौ वर्षीय इकलौता बेटा उपदेश उर्फ भुल्ला मंगलवार को लापता हो गया था। गुरुवार सुबह उसका शव घर के पास रूसी के बाड़े में मिला था। स्वजन ने मंगलवार को ही पड़ोस में रहने वाले अयूब और वाहिद को शक में पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था। इसके बाद भी पुलिस ने उनसे सख्ती से पूछताछ नहीं की। उन्हेंं क्लीनचिट देकर छोड़ दिया। इसको लेकर स्वजनों में भारी आक्रोश था। पुलिस को शुक्रवार रात उपदेश के पड़ोस में रहने वाले वाहिद, अरमान व अयूब के घटना में शामिल होने के ठोस सुराग मिले। शनिवार सुबह पुलिस मुठभेड़ में वाहिद को गिरफ्तार कर लिया। अरमान मौके से भागने में सफल रहा था। अयूब पहले से ही भूमिगत था। दोनों की तलाश में पुलिस टीम लगी थीं। रविवार तड़के पुलिस को सूचना मिली कि अरमान व अयूब बाइक से जा रहे हैं। पुलिस ने एत्मादपुर बरहन रोड पर दो अलग स्थानों पर घेराबंदी कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद दोनों ने अपना जुर्म कुबूल लिया है। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि दोनों आरोपितों को रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा।
वाहिद व अरमान ने दिया उपदेश के परिवार को धोखा
आरोपी वाहिद और अरमान उपदेश यादव के पड़ोसी थे। यह दोनों यादव परिवार के बेहद करीबी थे। इस परिवार को धोखा देते हुए उन्होंने आठ वर्ष के मासूम उपदेश यादव को अगवा कर उसकी हत्या कर दी।
उपदेश दो दिन से लापता था। मासूम का शव मिलने की सूचना के बाद ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया था। ग्रामीणों ने गांव के ही समुदाय विशेष के युवकों पर फिरौती न देने पर हत्या का आरोप लगाया था। अय्यूब, वाहिद और अरमान के नाम सामने आने के बाद तीनों गांव से फरार हो गए। पुलिस ने जब जानकारी की तो आरोपियों की लोकेशन घटना स्थल की ही पाई गई। एसएसपी बब्लू कुमार ने थाना प्रभारी सलीम खान को लापरवाही के आरोप में लाइन हाजिर करते हुए एसपी ग्रामीण रवि कुमार के नेतृत्व में सीओ एत्मादपुर व सीओ छत्ता के साथ छह टीमें बनाई थीं, जो आरोपियों की तलाश कर रही थीं। पुलिस पूछताछ में आरोपी वाहिद ने बताया कि टॉफी खिलाने का लालच देकर वे उपदेश को गांव के ही बाड़े में ले गए थे और यहां उसे बेहोश कर अरमान के हाथ उसे गांव से बाहर ले जाकर रखने की योजना थी। बेहोश करने से पहले ही उपदेश शोर मचाने लगा। इसके बाद उन्होंने उपदेश के जूते के फीते से ही उसका गला घोंट दिया।
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