मानसून सत्र: संसद में एंट्री के लिए नया प्रोटोकॉल, कर्मचारियों-पत्रकारों की रोज एंटीजन जांच जरूरी
सांसदों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के नए मामलों के आने के बाद अब नए प्रोटोकॉल के मुताबिक, संसद परिसर में प्रवेश करने वाले वहां के सभी कर्मचारियों और पत्रकारों की रोजाना एंटीजन जांच जरूरी कर दी गई है। संसद के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दोनों सदनों के सदस्य एक निश्चित अंतराल के बाद RT-PCR जांच करवा रहे हैं। सांसद चाहे जितनी बार, RT-PCR जांच करा सकते हैं। संसद की कार्यवाही का प्रेस दीर्घा से कवरेज करने वाले पत्रकारों के पास भी RT-PCR जांच कराने के विकल्प खुले हैं।
यह जांच 72 घंटे के लिए मान्य है। चूंकि RT-PCR जांच की रिपोर्ट आने में देरी लगती है, इसलिए एंटीजन जांच रोज किया जाना अनिवार्य कर दिया गया है। अपने संबंधित मंत्रियों के साथ संसद पहुंचने वाले अधिकारियों को भी 72 घंटे के भीतर हुई RT-PCR जांच की अपनी रिपोर्ट दिखानी होगी। बता दें कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और प्रह्लाद पटेल कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। दोनों ने संसद के चालू सत्र में हिस्सा लिया है। 14 सितंबर को संसद की शुरुआत से पहले हुई जांच में भी कई सांसद कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। उन्हें संसद की कार्यवाही से दूर रहने की सलाह दी गई है।
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