कोरोना के चलते समय से पहले खत्म होगा संसद का मानसून सत्र, राजनीतिक दलों ने जताई सहमति
नई दिल्ली। कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के चलते संसद का मानसून सत्र अपने निर्धारित समय से पहले खत्म हो सकता है। माना जा रहा है कि बुधवार तक अहम विधायी कार्य निपटाकर सत्र की समाप्ति की घोषणा कर दी जाएगी। पूर्व तय अवधि के अनुसार सत्र पहली अक्टूबर तक चलना था।
ढाई दर्जन से ज्यादा सांसद और छह दर्जन संसदीय स्टाफ के कोरोना संक्रमित
पिछले एक हफ्ते में ढाई दर्जन से ज्यादा सांसद और छह दर्जन संसदीय स्टाफ के कोरोना संक्रमण की जानकारी है। इसे ध्यान में रखते हुए ही अब संसदीय परिसर में जाने वाले हर व्यक्ति के लिए रोजाना एंटीजन टेस्ट जरूरी कर दिया गया है।
राजनीतिक दलों ने निर्धारित समय से पहले सत्र समाप्त करने पर सहमति जताई
बताते हैं कि इसे ध्यान में रखते हुए ही शनिवार को लोकसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई और राजनीतिक दलों ने निर्धारित समय से पहले सत्र समाप्त करने पर अपनी सहमति जताई है
महत्वपूर्ण विधेयक संसद में पेश किए जा चुके हैं, कृषि बिल कल राज्यसभा से भी पारित हो जाएगाा
संसद में कई महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए जा चुके हैं। कृषि क्षेत्र से जुड़े तीनों विधेयक रविवार को राज्यसभा से भी पारित हो जाएंगे। कुछ अन्य विधायी कार्य हैं, जिन्हें जल्द से जल्द निपटाने की कोशिश हो सकती है।
कोरोना संक्रमण को लेकर वेंकैया नायडू ने आइसीएमआर के महानिदेशक के साथ गंभीर मंत्रणा की
कोरोना संक्रमण को लेकर सांसदों व अन्य लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने शनिवार को केंद्रीय गृह सचिव, स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के महानिदेशक के साथ गंभीर मंत्रणा की। इस दौरान बैठक में राज्यसभा सचिवालय के आला अफसर भी मौजूद थे। देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति और उससे बचाव के उपायों पर चर्चा की गई।
सभापति नायडू ने सभी सांसदों से मास्क लगाने, शारीरिक दूरी बनाए रखने की दी हिदायत
सभापति नायडू ने कोरोना से बचाव के कुछ उपायों की जानकारी सभी को दी। उन्होंने सभी सदस्यों से मास्क लगाने और एक दूसरे से शारीरिक दूरी बनाए रखने की हिदायत दी। उन्होंने साबुन से हाथ धोने और सैनिटाइजर का प्रयोग करने को भी कहा। नायडू ने सभी से कहा कि वे अपनी इम्युनिटी को बढ़ाने पर जोर दें, ताकि संक्रमण का खतरा कम हो जाए।
सभापति ने सभी सदस्यों से कहा- सदन में ज्यादा से ज्यादा विधायी कार्यो को निपटाने में सहयोग करें
सभापति ने सभी सदस्यों से कहा कि वे सदन के भीतर भी दूरी के नियमों का पालन करते हुए टेबल के अफसरों के आसपास न जाएं। उन्होंने सदस्यों से छोटी अवधि के सत्र को देखते हुए सदन में ज्यादा से ज्यादा विधायी कार्यो को निपटाने में सहयोग करने की अपील की, ताकि समय का सदुपयोग हो सके।
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